कोरोना के नए वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7: भारत में बढ़ता खतरा और स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारी
कोविड-19 एक बार फिर भारत के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है — इस बार नए नामों के साथ: NB.1.8.1 और LF.7। INSACOG की रिपोर्ट के अनुसार, ये वैरिएंट तेजी से फैल रहे हैं।
NB.1.8.1 और LF.7: क्या हैं ये नए वैरिएंट?
- NB.1.8.1: 22 देशों में फैल चुका, भारत में पहली पहचान जनवरी 2025
- LF.7: मई 2025 में गुजरात से शुरुआत
म्यूटेशन: A435S, V445H और T478I जैसे स्पाइक म्यूटेशन पाए गए हैं।
लक्षण: सामान्य, लेकिन भ्रमित करने वाले
- बुखार, गले में खराश
- नाक बहना, सूखी खांसी
- थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
- भूख न लगना और मतली
भारत में स्थिति: कहां बढ़ रहे हैं मामले?
महाराष्ट्र
- 95 केस, ठाणे में एक मौत
हरियाणा
- अंबाला में अलर्ट, कोविड ओपीडी चालू
अन्य राज्य
- केरल: 430 सक्रिय केस
- दिल्ली: 104 केस
- कर्नाटक: बेंगलुरु में बच्चों में केस
कुल सक्रिय मामले (26 मई 2025 तक): 1,009
वैक्सीन की प्रभावशीलता
- वैक्सीन्स गंभीर संक्रमण से बचा रही हैं
- हाइब्रिड इम्युनिटी अभी तक असरदार
- ग्रामीण क्षेत्रों में बूस्टर डोज़ कम
स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारी
- जीनोम सीक्वेंसिंग तेज़
- राज्यवार रैपिड रिस्पांस टीमें सक्रिय
- ऑक्सीजन स्टॉक और आईसीयू तैयार
क्या करें, क्या न करें?
| करना चाहिए | नहीं करना चाहिए |
|---|---|
| मास्क पहनें | लक्षण होते हुए यात्रा न करें |
| हाथ धोएं, दूरी बनाएं | बूस्टर डोज़ को टालें नहीं |
| सरकारी सलाह मानें | अफवाहें न फैलाएं |
जगरूपता
भारत एक बार फिर कोविड की चुनौती से जूझने की तैयारी कर रहा है। हालांकि लक्षण मामूली हैं, लेकिन सतर्कता जरूरी है। हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह सावधानी बरते, अफवाहों से बचे और समय रहते टीकाकरण कराए।
जान है तो जहान है।
(यह लेख केवल जानकारी के लिए है। लक्षणों के लिए डॉक्टर से सलाह लें।)
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