🚧 गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल के विकास की नई रफ्तार
🛤️ “पूर्वांचल की सड़क से समृद्धि तक”
उत्तर प्रदेश का पूर्वी हिस्सा अब केवल कृषि या पलायन के लिए नहीं जाना जाएगा। गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे ने इस क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर दोनों बदलने की ठान ली है।
🚀 परियोजना की शुरुआत: दो शहरों से एक नया भविष्य
20 जून 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन आजमगढ़ के सलारपुर और गोरखपुर के जैतपुर में करेंगे। यह समारोह विकास की नई इबारत लिखेगा।
🏗️ निर्माण कार्य: 97% पूरा, बाकी रफ्तार में
अब तक 97-98% कार्य पूर्ण हो चुका है और बाकी हिस्से—सर्विस रोड, टोल बूथ, अंडरपास—तेज़ी से पूरे किए जा रहे हैं। परियोजना की लागत ₹7,283 करोड़ तक पहुँच चुकी है।
🛣️ एक्सप्रेसवे की खासियतें: सिर्फ सड़क नहीं, सोच है ये
- लंबाई: 91.35 किमी
- 4-लेन (6 लेन तक विस्तार योग्य)
- 7 फ्लाईओवर, 22 पुल, 206 बॉक्स पुलियां
- 2 यूटिलिटी सेंटर
- AI-सेंसर, स्विस तकनीक द्वारा सड़क निर्माण
🗺️ संपर्कता: गोरखपुर से दिल्ली अब ज़रा मुस्कुरा के
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से लखनऊ को 3.5 घंटे में जोड़ता है, साथ ही आजमगढ़, संत कबीर नगर और अंबेडकरनगर जैसे जिलों की कनेक्टिविटी को भी मज़बूत करता है।
💼 आर्थिक बदलाव: ईंट, सीमेंट नहीं, रोज़गार भी जुड़ा है
1250 एकड़ में औद्योगिक गलियारा, कोल्ड-चेन, गोदाम, और रियल एस्टेट में भारी उछाल। MSME और कृषि आधारित उद्योगों को मिलेगा बड़ा बढ़ावा।
🧱 तकनीक और गुणवत्ता: AI और स्विस टेक से पूर्वांचल की सड़कें चमकेंगी
AI सेंसर सड़क की निगरानी करेंगे। स्विस रोड टेक्नोलॉजी से सड़क की लाइफ 25+ साल तक बढ़ी है।
🛡️ सुरक्षा इंतज़ाम: सरयू से सुरक्षा, विकास से दोस्ती
बेलघाट क्षेत्र में ₹198 करोड़ की लागत से त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रणाली बनाई जा रही है जिससे बाढ़ और कटाव से संरक्षा सुनिश्चित हो।
🧭 प्रशासनिक रणनीति: एक्सप्रेसवे से चुनाव की राह
2027 विधानसभा चुनाव से पहले यह परियोजना योगी सरकार की “विकास” छवि को और मजबूत करेगी, खासकर पूर्वांचल में।
📊 तुलना: उत्तर प्रदेश के हाइवे युद्ध में नया विजेता
| एक्सप्रेसवे | लंबाई | स्थिति | विशेषता |
|---|---|---|---|
| पूर्वांचल एक्सप्रेसवे | 340 किमी | चालू | लखनऊ से गाजीपुर |
| बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे | 296 किमी | चालू | चित्रकूट से इटावा |
| गंगा एक्सप्रेसवे | 594 किमी | निर्माणाधीन | मेरठ से प्रयागराज |
| गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे | 91.35 किमी | 20 जून उद्घाटन | पूर्वांचल को NCR से जोड़ता |
🗣️ जनता की ज़ुबानी: “अब गोरखपुर दूर नहीं, बस एक्सप्रेसवे पर चलो”
स्थानीय लोग इस एक्सप्रेसवे को “विकास की सबसे तेज़ सड़क” बता रहे हैं। कारोबारियों, किसानों और छात्रों को सीधा फायदा मिलेगा।
🔭 आगे की झलक: केवल सड़क नहीं, ये भविष्य का नक्शा है
डिजिटल टोलिंग, इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, और मेट्रो-कनेक्टिविटी की योजना भी विचाराधीन है। पूर्वांचल में स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रवेश हो चुका है।
🔚 🚦 “गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे: सपनों की पटरी पर दौड़ता पूर्वांचल”
यह एक्सप्रेसवे केवल गाड़ियों के लिए रास्ता नहीं, बल्कि पूर्वांचल की नई पहचान है। यह उन लाखों युवाओं का सपना है जो अपने शहर में ही अवसर चाहते हैं। गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे उस दिशा में एक बड़ा और ठोस कदम है।
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