भारत सरकार का एयर कंडीशनर (AC) तापमान नियम
नई घोषणा: 10 जून 2025 को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि अब एयर कंडीशनर का तापमान 20°C से कम और 28°C से अधिक सेट नहीं किया जा सकेगा।
उद्देश्य
- बिजली की खपत में कमी, विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में
- कार्बन उत्सर्जन घटाकर पर्यावरण संरक्षण
- एसी की लाइफ और एफिशिएंसी को बढ़ाना
लागू होने की समयसीमा
- 2025-26 से सरकारी कार्यालयों, मॉल्स, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर अनिवार्य
- 2026 से आवासीय क्षेत्रों में भी संभावित अनिवार्यता
बिजली बचत का अनुमान
प्रत्येक 1 डिग्री बढ़ाने से लगभग 6% बिजली की बचत होती है। यदि पूरे देश में 20-28 डिग्री की सीमा लागू हो तो सालाना 12-15 अरब यूनिट बिजली की बचत हो सकती है।
पहले के प्रयास
2020 में BEE ने डिफॉल्ट तापमान 24°C निर्धारित किया था, लेकिन यह केवल सुझावात्मक था।
अन्य देशों के नियम
- जापान: 26-28°C (सिफारिश)
- इटली: 23-25°C (सरकारी भवनों में)
- स्पेन: न्यूनतम 27°C (सार्वजनिक स्थानों में)
- दक्षिण कोरिया: 26-28°C (सख्ती से लागू)
- ग्रीस: न्यूनतम 27°C
- अमेरिका: राज्यवार सुझाव (24-26°C)
विश्लेषण और आलोचना
- भारत की जलवायु अधिक तीव्र गर्मी वाली है, इसलिए न्यूनतम 20°C सीमा पर सवाल उठ रहे हैं।
- WHO और विशेषज्ञ 24-26°C को स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त मानते हैं।
- भवन डिज़ाइन, वेंटिलेशन और इन्सुलेशन पर जोर देने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: एसी नियमों से ठंडक ही नहीं, समझदारी भी जरूरी
भारत सरकार का यह कदम ऊर्जा संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा और बिजली संकट से लड़ने के लिए एक दूरदर्शी नीति का हिस्सा है। जापान, इटली, स्पेन जैसे देशों से प्रेरणा लेते हुए यह नियम यदि सही ढंग से लागू हुआ तो देश में ऊर्जा उपयोग की आदतों में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। हालांकि, इसके लिए व्यापक जन-जागरूकता, चरणबद्ध क्रियान्वयन और बुनियादी ढांचे में सुधार आवश्यक होगा।

0 टिप्पणियाँ