बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़: कौन होगा अगला नेतृत्वकर्ता?
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चाएं तेज हो चुकी हैं। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है, लेकिन चुनावों के कारण उन्हें विस्तार दिया गया था। अब पार्टी नए नेतृत्व के लिए संगठनात्मक चुनावों के अंतिम चरण में है।
संगठनात्मक प्रक्रिया और देरी का कारण
बीजेपी के संविधान के अनुसार, जब तक 50% से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव नहीं हो जाते, तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संभव नहीं होता। अभी तक 14–19 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शेष राज्यों में जल्द चुनाव कराकर 30 जून 2025 तक नए अध्यक्ष की घोषणा की संभावना है।
रेस में सबसे आगे कौन?
सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निम्नलिखित नेताओं के नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रमुखता से सामने आए हैं:
1. धर्मेंद्र प्रधान
- ओडिशा के संबलपुर से सांसद, वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री
- ओबीसी समुदाय से आते हैं, संगठनात्मक अनुभव प्रबल
- मोदी-शाह के करीबी और पूर्वी भारत में पार्टी को मज़बूत करने की संभावना
2. भूपेंद्र यादव
- केंद्रीय पर्यावरण मंत्री, ओबीसी नेता
- कई चुनावों में प्रभारी के रूप में शानदार प्रदर्शन
- संगठन में गहराई से जुड़े और RSS की पसंद
3. प्रह्लाद जोशी
- कर्नाटक से सांसद, केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्री
- दक्षिण भारत का प्रतिनिधित्व और RSS से करीबी
- सूत्रों के अनुसार रेस में सबसे मजबूत दावेदार
4. शिवराज सिंह चौहान
- पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान में कृषि मंत्री
- मजबूत जनाधार, लेकिन संगठनात्मक सक्रियता कम
5. मनोहर लाल खट्टर
- पूर्व हरियाणा मुख्यमंत्री, वर्तमान में केंद्रीय मंत्री
- RSS के नज़दीक, उत्तर भारत में पकड़ मजबूत
6. स्मृति ईरानी
- अमेठी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री
- महिला नेतृत्व के प्रतीक रूप में चर्चा में
- हालांकि, संभावनाएं सीमित मानी जा रही हैं
7. अन्य नाम
- मनोज सिन्हा (J&K उपराज्यपाल)
- विनोद तावड़े (राष्ट्रीय महासचिव)
- डी. पुरंदेश्वरी (आंध्र प्रदेश अध्यक्ष)
- रघुवर दास (झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री)
आरएसएस की भूमिका और संगठनात्मक संकेत
RSS की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। संघ ऐसा चेहरा चाहता है जो मोदी-शाह की कार्यशैली से टकराव में ना आए और संगठन को मजबूती प्रदान करे। व्यक्तिवाद के विरोध में, संगठन की सामूहिकता को प्राथमिकता दी जा रही है।
दक्षिण भारत पर विशेष ध्यान
बीजेपी की योजना 2026–29 तक दक्षिण भारत में मजबूती से पैर जमाने की है। इसलिए प्रह्लाद जोशी, डी. पुरंदेश्वरी जैसे दक्षिण भारतीय नेताओं की दावेदारी को प्राथमिकता दी जा सकती है।
महिला नेतृत्व की संभावना
कई विश्लेषक मानते हैं कि बीजेपी कांग्रेस की तरह एक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करके महिला वोटरों को आकर्षित करना चाहती है। इस दृष्टिकोण से स्मृति ईरानी और डी. पुरंदेश्वरी पर भी मंथन हो सकता है।
क्या होगा निष्कर्ष?
धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव और प्रह्लाद जोशी इस रेस में अग्रणी माने जा रहे हैं। लेकिन भाजपा में कभी-कभी सरप्राइज़ फैक्टर भी देखने को मिलता है, जैसे जेपी नड्डा की नियुक्ति। इस बार भी कोई नाम अप्रत्याशित रूप से सामने आ सकता है।
संभावित तारीख
अध्यक्ष पद की घोषणा 30 जून 2025 तक हो सकती है। संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया और संघ की सहमति के बाद, नया अध्यक्ष आम सहमति से चुना जाएगा। मतदान की स्थिति नहीं बनती दिख रही है।
*नोट: उपरोक्त जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया सूत्रों पर आधारित है। आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा करना उचित होगा।*

0 टिप्पणियाँ