ऑपरेशन 'मेड मैक्स': एनसीबी का वैश्विक ड्रग नेटवर्क पर बड़ा एक्शन
25 मई 2025 को शुरू हुए ऑपरेशन 'मेड मैक्स' में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया, जो एशिया, यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत 10 से अधिक देशों में फैला हुआ था।
मुख्य बिंदु
- 5 खेपें जब्त: 3.7 किलो ट्रामाडोल और 700 ग्राम ज़ोलपिडेम।
- 8 गिरफ्तारियां भारत में; अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया में भी कार्रवाई।
- टेलीग्राम, क्रिप्टो और B2B ड्रॉप शिपिंग का इस्तेमाल।
- अमित शाह ने ऑपरेशन की सराहना की।
ऑपरेशन की शुरुआत
शुरुआत हुई मंडी हाउस, दिल्ली से। 2 बी.फार्मा स्नातकों से ट्रामाडोल मिलने पर खुला पूरा नेटवर्क।
ड्रग नेटवर्क की रणनीति
- Telegram से एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन।
- Crypto से इंटरनेशनल पेमेंट।
- B2B प्लेटफॉर्म पर प्रीमियम प्रोफाइल से आर्डर।
- उडुपी में Call Center जहां कर्मचारियों को सच्चाई का पता नहीं था।
तालिका: ऑपरेशन 'मेड मैक्स' के तथ्य
| श्रेणी | विवरण |
|---|---|
| ऑपरेशन | मेड मैक्स |
| शुरुआत | 25 मई 2025, मंडी हाउस |
| गिरफ्तारी | 8 भारत में, अन्य यूएई व अमेरिका |
| जब्ती | 3.7 किलो ट्रामाडोल, 700 ग्राम ज़ोलपिडेम |
| देश | 10+ (अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन आदि) |
| प्रौद्योगिकी | Telegram, Crypto, B2B |
| सरकारी प्रतिक्रिया | अमित शाह द्वारा सराहना |
ड्रग सिंडिकेट के विरुद्ध भारत की वैश्विक रणनीति
यह ऑपरेशन सिर्फ गिरफ्तारी या जब्ती नहीं है, यह भारत की वैश्विक स्तर पर नारकोटिक अपराधों से लड़ने की नीति का उदाहरण है। यह दर्शाता है कि भारत तकनीक, सहयोग और कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से भविष्य में भी इस तरह के नेटवर्क को निष्क्रिय कर सकता है।
तिथि: 2–3 जुलाई 2025
स्रोत: The Tribune, ANI, India Today

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