रोहित के संन्यास के बाद कई खिलाड़ियों के नाम कप्तानी की दौड़ में उभरकर सामने आए हैं। इनमें शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत और केएल राहुल प्रमुख हैं। कुछ अन्य नाम जैसे श्रेयस अय्यर और रविंद्र जडेजा भी चर्चा में हैं, लेकिन मुख्य फोकस निम्नलिखित खिलाड़ियों पर है:
शुभमन गिल
25 वर्षीय शुभमन गिल को BCCI और चयन समिति का समर्थन प्राप्त है, और वह कप्तानी की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। गिल ने 32 टेस्ट मैचों में 1893 रन बनाए हैं और उनकी युवा उम्र उन्हें लंबे समय तक कप्तानी का जिम्मा संभालने का मजबूत दावेदार बनाती है। वह आईपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर रहे हैं, जहां उन्होंने नेतृत्व कौशल दिखाया है। गिल ने 2018 अंडर-19 विश्व कप में भी भारत को जीत दिलाई थी, जो उनकी कप्तानी की क्षमता को दर्शाता है।
जसप्रीत बुमराह
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने रोहित की अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पर्थ और सिडनी टेस्ट में कप्तानी की थी। पर्थ में उनकी कप्तानी में भारत ने जीत हासिल की, जिसने उनके नेतृत्व को सराहना दिलाई। बुमराह ने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में भी कप्तानी की थी। हालांकि, उनकी चोटों का इतिहास और वर्कलोड मैनेजमेंट BCCI के लिए चिंता का विषय है।
ऋषभ पंत
27 वर्षीय ऋषभ पंत अपनी आक्रामक शैली और खेल के प्रति उत्साह के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भारत के लिए वनडे और टी20 में कप्तानी की है, और टेस्ट में उनके पास 43 मैचों का अनुभव है। पंत को उप-कप्तान के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन कुछ विशेषज्ञ उन्हें कप्तान के लिए भी उपयुक्त मानते हैं।
केएल राहुल
केएल राहुल के पास विदेशी परिस्थितियों में खेलने का अनुभव और कप्तानी का कुछ अनुभव है। उन्होंने 58 टेस्ट खेले हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग की थी। हालांकि, उनकी फिटनेस और लगातार प्रदर्शन पर सवाल उठते रहे हैं।
सबसे अच्छा विकल्प कौन?
कप्तानी का फैसला कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे खिलाड़ी की फिटनेस, अनुभव, नेतृत्व कौशल और लंबे समय तक उपलब्धता। शुभमन गिल इस समय सबसे मजबूत दावेदार दिख रहे हैं। उनकी युवा उम्र और आईपीएल में कप्तानी का अनुभव उन्हें भविष्य के लिए आदर्श बनाता है। BCCI एक ऐसे कप्तान की तलाश में है जो 2027 WTC फाइनल तक भारत को ले जा सके, और गिल इस भूमिका में फिट बैठते हैं।
हालांकि, जसप्रीत बुमराह की कप्तानी को कई पूर्व खिलाड़ी समर्थन दे रहे हैं। उनकी रणनीतिक समझ और शांत स्वभाव उन्हें एक मजबूत नेता बनाता है। लेकिन उनकी चोटों के कारण BCCI शायद जोखिम लेने से हिचके। एक संभावना यह भी है कि गिल को कप्तान और पंत को उप-कप्तान बनाया जाए, ताकि भविष्य में नेतृत्व का संक्रमण सुचारू हो।
पूर्व खिलाड़ियों की राय
कई पूर्व क्रिकेटरों ने इस मुद्दे पर अपनी राय दी है, जो कप्तानी के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है:
संजय मांजरेकर
मांजरेकर ने शुभमन गिल के बजाय जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाने की वकालत की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "मैं हैरान हूं कि हम बुमराह के अलावा किसी और को टेस्ट कप्तान के रूप में देख रहे हैं। उनकी चोटों को लेकर चिंतित हैं? तो उप-कप्तान को सावधानी से चुनें।" मांजरेकर का मानना है कि बुमराह का अनुभव और नेतृत्व कौशल उन्हें सबसे उपयुक्त बनाता है।
सुनील गावस्कर
गावस्कर ने भी बुमराह को कप्तान बनाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बुमराह जानते हैं कि कब ब्रेक लेना है, और उनकी रणनीतिक समझ टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श है। गावस्कर ने गिल की युवावस्था को एक सकारात्मक पहलू माना, लेकिन अनुभव के आधार पर बुमराह को प्राथमिकता दी।
रविचंद्रन अश्विन
हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले अश्विन ने अपने यूट्यूब शो में कहा कि इंग्लैंड दौरे पर बुमराह सबसे अनुभवी खिलाड़ी होंगे, और उनकी कप्तानी में भारत को एक नई दिशा मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि अंतिम फैसला बुमराह की फिटनेस पर निर्भर करेगा।
मोईन अली
इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर मोईन अली ने गिल को कप्तान के रूप में एक संभावित विकल्प बताया, लेकिन बुमराह की चोटों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी अनुपस्थिति में गिल बेहतर विकल्प हो सकते हैं। अली ने यह भी कहा कि रोहित और कोहली की अनुपस्थिति भारत के लिए नुकसानदायक होगी, लेकिन गिल जैसे युवा खिलाड़ी इसे अवसर में बदल सकते हैं।
कृष्णामाचारी श्रीकांत
श्रीकांत ने गिल की प्लेइंग XI में जगह पर सवाल उठाए और केएल राहुल को कप्तानी के लिए एक मजबूत दावेदार बताया। उनका मानना है कि राहुल का अनुभव और तकनीक उन्हें इंग्लैंड की परिस्थितियों में उपयोगी बनाती है।
मदन लाल
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर मदन लाल ने बुमराह को कप्तान बनाने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि बुमराह ने अपनी नेतृत्व क्षमता को बार-बार साबित किया है और उन्हें यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
चुनौतियां और भविष्य की राह
भारतीय टेस्ट टीम के सामने इंग्लैंड में 20 जून 2025 से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज एक बड़ी चुनौती होगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली (जो संन्यास की ओर बढ़ रहे हैं) जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में नए कप्तान को न केवल नेतृत्व करना होगा, बल्कि बल्लेबाजी क्रम को भी संतुलित करना होगा।
BCCI की चयन समिति, जिसकी अगुवाई अजीत अगरकर कर रहे हैं, एक ऐसे कप्तान की तलाश में है जो लंबे समय तक टीम को नेतृत्व दे सके। शुभमन गिल इस समय सबसे संभावित उम्मीदवार हैं, लेकिन बुमराह और पंत जैसे खिलाड़ियों को नजरअंदाज करना भी मुश्किल है।
पूर्व खिलाड़ियों की राय से साफ है कि बुमराह को अनुभव के आधार पर प्राथमिकता मिलनी चाहिए, लेकिन गिल की युवा ऊर्जा और भविष्य की संभावनाएं उन्हें मजबूत दावेदार बनाती हैं।
रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास ने भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत की है। शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी कप्तानी की रेस में हैं, लेकिन गिल की युवावस्था और BCCI का समर्थन उन्हें सबसे आगे रखता है। बुमराह की चोटों का इतिहास उनकी राह में सबसे बड़ी बाधा है, जबकि पंत और राहुल भी मजबूत विकल्प हैं। पूर्व खिलाड़ियों की राय में बुमराह को प्राथमिकता मिल रही है, लेकिन गिल को लंबे समय के लिए तैयार करने की रणनीति BCCI की प्राथमिकता हो सकती है। इंग्लैंड सीरीज न केवल नए कप्तान के लिए, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए भी एक बड़ा इम्तिहान होगी।
अपनी राय मेरी व्यक्तिगत रूप से, शुभमन गिल को कप्तान बनाना एक दूरदर्शी फैसला हो सकता है, क्योंकि उनकी उम्र और नेतृत्व कौशल भविष्य में स्थिरता प्रदान करेंगे। हालांकि, बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ी को उप-कप्तान बनाकर उनके अनुभव का लाभ उठाया जा सकता है। यह संतुलन भारत को WTC 2027 की राह पर मजबूती देगा।
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