❗ आधार कार्ड डीएक्टिवेशन और बिहार चुनाव 2025: क्या आप तैयार हैं?
🔍 क्या आधार कार्ड को निष्क्रिय किया जा सकता है?
UIDAI के अनुसार, आधार एक स्थायी पहचान संख्या है और इसे सामान्य रूप से निष्क्रिय नहीं किया जा सकता। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में जैसे कि डुप्लिकेट आधार, तकनीकी त्रुटियाँ या धोखाधड़ी के मामले में इसे निष्क्रिय करने की प्रक्रिया संभव हो सकती है।
✅ डीएक्टिवेशन की प्रक्रिया
- संपर्क: uidai.gov.in या हेल्पलाइन 1947
- ईमेल: help@uidai.net.in
- दस्तावेज़: आधार संख्या, पहचान प्रमाण, डीएक्टिवेशन हेतु आवेदन पत्र, FIR (यदि हो)
- प्रक्रिया: आवेदन जमा करें → दस्तावेज सत्यापन → UIDAI द्वारा निर्णय
🗳️ बिहार चुनाव 2025 और दस्तावेज़ विवाद
बिहार में मतदाता सूची से आधार को हटाकर जन्म प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण और भूमि दस्तावेज जैसे वैकल्पिक दस्तावेज़ मांगे जा रहे हैं।
“बिहार में जिनके पास केवल आधार या वोटर ID है, उन्हें वोटर लिस्ट से हटाया जा रहा है।” – @INCIndia
🔗 वोटर ID और आधार लिंकिंग
मार्च 2025 में चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय की बैठक में निर्णय लिया गया कि वोटर ID को आधार से लिंक किया जाएगा, हालांकि यह प्रक्रिया स्वैच्छिक है।
- 66 करोड़ से अधिक मतदाता पहले ही आधार लिंक कर चुके हैं।
- स्रोत: Aaj Tak रिपोर्ट
⚠️ चिंताएं और आलोचनाएं
गांवों और गरीब समुदायों में जिनके पास सीमित दस्तावेज़ हैं, उन्हें मतदान से वंचित किया जा सकता है। कई विपक्षी नेताओं ने इस प्रक्रिया की आलोचना की है और इसे भेदभावपूर्ण बताया है।
✅ नागरिकों के लिए सुझाव
- अपने दस्तावेज़ तैयार रखें (जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, भूमि दस्तावेज आदि)
- वोटर लिस्ट में नाम जांचें: nvsp.in
- UIDAI या BLO अधिकारी से संपर्क करें
- यदि आधार डीएक्टिवेशन जरूरी हो तो UIDAI में आवेदन दें
📌 सुझाव
आधार कार्ड भारत की पहचान प्रणाली की रीढ़ है, लेकिन बिहार चुनाव जैसे मामलों में इसके उपयोग को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आपको न केवल कानूनी रूप से सतर्क रहना चाहिए, बल्कि अपने दस्तावेज़ों को व्यवस्थित भी रखना चाहिए ताकि मतदान का अधिकार सुरक्षित रहे।

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